स्वतंत्रता दिवस : (Independence Day 2020)
भारत बहुत ही प्राचीन राष्ट्र है। उसके लिए राष्ट्रीयता की कल्पना नई नहीं हैं। इसके बावजुद ब्रिटिस् शासन से मुक्ति की घटना ने हमारी राष्ट्रीयता को नया परिवेश और नई ताजगी दी है। यही कारण हैं की हम अपने परंपरागत धार्मिक तथा सामाजिक त्योहारों के साथ अपने राष्ट्रीय त्योहारों को भी बहुत उत्साह से मनाते हैं।
Happy Independence Day |
हमारे राष्ट्रीय त्योहारों का संबंध उन महत्वपूर्ण घटनाओ और व्यक्तियों से है जो भारत की स्वतंत्रता और प्रगति से भली भाँति जुड़े हुए हैं। 15 अगस्त, 1947 को भारत सदियों की ग़ुलामी के बाद स्वतंत्र हुआ। इस साल से हम 15 अगस्त को हर साल स्वतंत्रता के रूप में हर्ष और उल्लास के साथ मनाते हैं। इस साल 2020 में 15 अगस्त शनिवार को हम 74वा स्वतंत्रता दिवस मनाने वाले हैं। लेकिन इस साल हम 15 अगस्त को वो पुराने तरीके से अपनी स्कूल, कॉलेज में नहीं मना सकेंगे। स्कूल और कॉलेज में अलग अलग तरीके के नाटक, नृत्य, और कई राष्ट्रीय गीत तथा तिरँगे को सलामी देने का उत्साह इस साल हम नहीं कर सकेंगे। हम अपने घर पर रहके अपने राष्ट्र के हित को ध्यान में रखकर अपने 15 अगस्त के त्योहार को बड़े हर्षोल्लास् के साथ मनाँएगे।
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15 अगस्त के दिन प्राय: सार्वजनिक छुट्टी रहती हैं। स्वतंत्रता दिवस पर शहरों तथा गाँव- गाँव और नगर- नगर में ध्वजवंदन के कार्यक्रम होते हैं और राष्ट्रीय गीत गाये जाते हैं। 15 अगस्त की प्रभातवेला में राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री लाल किले पर तिरँगा फहराते हैं और राष्ट्र को सम्बोधित करते हैं। यह हमारा राष्ट्रीय त्योहार राष्ट्र के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है। इससे राष्ट्र की एकता और आखंडता की भावना दृढ़ होती हैं। सारा राष्ट्र एक रंग मे रंग जाता हैं। एकता और राष्ट्रीयता का यह रंग हमें नए बल और उत्साह से भर देता है। हम सब 15 अगस्त या स्वतंत्रता दिवस को प्रतिवर्ष मनाते है, लेकिन केवल सरकारी स्तर या स्कूल - कॉलेज में ही थोड़े बहुत उत्साह के दर्शन होते है। सामान्य जनता इन आयोजनों से प्राय: अछूती ही रहती है। राष्ट्र का सच्चा स्वरूप तो साधारण जनता ही है। इसीलिए ऐसे हमारे राष्ट्रीय त्योहारों में जनता का दिल से शामिल होना जरूरी है। मुठ्ठीभर लोगों द्वारा ध्वजवंदन और राष्ट्रगीत गा लेने से इन समारोह का हेतु सिद्ध नहीं होता है।
Jay Hind |
यह सच है की स्वतंत्र भारत की प्रजा आज अनेक समस्या से पीड़ित है, किन्तु हमें यह नहीं भूलना चाहिए की भारत हमारा है और हम भारत के है। इसीलिए हमें हमारा यह राष्ट्रीय त्योहार और यही नहीं बल्कि सारे राष्ट्रीय त्योहारों को बड़े दिल से भावविभोर होकर मनाने चाहिए। आज कल हम अपने कामों में इतने व्यस्त रहते है की अपने राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों को भूल जाते है। जिस दिन स्वतंत्रता दिवस है उस दिन देश भक्त बन जाते है, बड़े बड़े नारे लगाते, states, whatsApp, Instagram, twiter ऐसे कई सोशल मीडिया पर देश भक्ति के गाने और कुछ लिखावट पढ़के और सुन के अपने आप पर गर्व अनुभवते है लेकिन ऐसे गर्व का क्या जो एक दिन का हो। हमें हर दिन अपने राष्ट्र के हित में सोचकर उसके हिसाब से चलना चाहिए।
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अभी आज ही जन्माष्टमी के ख़तम होने के बाद में सोचने लगा की अब जन्माष्टमी का त्योहार तो ख़तम हो गया लेकिन इस साल 15 अगस्त को मजा आ जाएगा। में सोचने लगा की गाँव के स्कूल में मज़े से ध्वजवंदन करेंगे और राष्ट्रगीत गा के कई नाटक, नृत्य और देशभक्ति की कहानियाँ तथा स्कूल के बच्चों की देश के बारे में speech सुनूँगा, मजा आ जाएगा। फ़िर अचानक से याद आया की अरे! इस साल तो कोरोना महामारी की वजह से स्कूल- कॉलेज सभी बंध है और उसके बाद जो मुझे दुःख हुआ ना वो आज में शब्दों में बया नहीं कर सकता हु लेकिन कोई बात नहीं इस साल स्कूलों में नहीं तो टेलीविजन पर देख लेंगे। हम राष्ट्र के इस महान त्योहार को उत्साह और उमँग से मनाएँगे।
India🇮🇳 ❤ |
15 अगस्त के दिवस पर राष्ट्र के सारे नागरिक बिना भेदभाव के एक होकर यह त्योहार मनाते है। राष्ट्र के सारे लोग इस त्योहार को अपना मानते है और धूमधाम से मनाते है। यह त्योहार हमारी राष्ट्रीय एकता का प्रतिक है। इसके द्वारा हमारे भीतर राष्ट्र प्रेम प्रकट होता है। इस दिन हिंदू, मुस्लिम, पारसी, शिख, ईसाई, सब लोग एक होकर इस त्योहार को मनाते है। 15 अगस्त के दिन सभी प्रांतों में भेदभाव टूट जाते है और सारा भारत राष्ट्रीय एकता एवं प्रेम के रंग में डूब जाता है। में तो कहता हु की जैसे हम त्योहारों को एक होकर मनाते है वैसे पूरे साल एक होकर रहना चाहिए और एक दूसरे की मदद करने का संकल्प लेना चाहिए। आप सोचो यदि पुरा राष्ट्र एक हो जाए तो देश में चोरी,लूँट-फांट, गुनाह, बलात्कार, आतंकवाद, भ्रष्टाचार, महँगाई, कालाबाजारी, ऐसे कई कार्य है जो देश को आगे बढ़ने नहीं देते वो सारे ख़तम हो जाते और हमारा देश फ़िरसे सोने की चिड़ियाँ कहलाता।
Country diamonds |
स्वतंत्रता दिवस पर हम कई महान व्यक्ति जैसे गांधीजी, जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल, वीर भगतसिंह, लालबहादुर शास्त्री, स्वामी विवेकानंद, आदि महापुरुष को याद कर उनके बलिदान को बढ़ावा देते है। हमारे राष्ट्र के रक्षक, हमारे सैनिक, हमारे नौजवान, हमारे महापुरुषो से महान क्रांतिकारी वीरों और लाखों शहीदों के बलिदान की गौरवगाथा को याद करके हमारे जवानों के जोश और उत्साह को बढ़ाते है। 15 अगस्त का त्योहार हमें देशभक्ति और बलिदान का संदेश देता है।
15 अगस्त की बात हो और हम अपने राष्ट्र गीत को कैसे याद ना करे?
राष्ट्रगीत:
जन-गण-मन अधिनायक जय हे, भारत भाग्य विधाता ।
पंजाब-सिंधु-गुजरात-मराठा
द्राविड़-उत्कल-बंग
विंध्य हिमाचल यमुना गंगा
उच्छल जलधितरंग
तव शुभ नामे जागे, तव शुभ आशिष मांगे गाहे तव जय-गाथा ।
जन-गण-मंगलदायक जय हे भारत भाग्य विधाता ।
जय हे, जय हे, जय हे, जय जय जय जय हे ।
-Rabindranath Tagore
सचमुच, स्वतंत्रता दिवस- हमारा राष्ट्रीय त्योहार, किंतु हमारे सारे राष्ट्रीय उत्सव राष्ट्रीय भावना के पोषक है। इससे हमें स्वदेशाभिमान तथा स्वदेशप्रेम की शिक्षा मिलती है। हमें सारे राष्ट्रीय त्योहारों को प्रेम, उमँग और उल्लास के साथ मनाकर हम भारतमाता की ही पूजा करते है।
जय हिन्द, जय भारत...
आप सभी देशवासियों को मेरी तरफ़ से स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
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